नई दिल्ली: दिल्ली और रेलवे के बीच अरुण जेटली स्टेडियम में खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी मैच के दौरान शनिवार को सुरक्षा में बड़ी चूक देखने को मिली, जब तीन अति उत्साही प्रशंसक विराट कोहली से मिलने के लिए मैदान में उतर गए।
वैसे तो क्रिकेट के मैदान पर प्रशंसकों का अपने पसंदीदा खिलाड़ियों से मिलने के लिए सुरक्षा घेरा तोड़ना कोई नई बात नहीं है, लेकिन यह सामान्यतः अंतरराष्ट्रीय मैचों में ही देखा जाता है। हालांकि, विराट कोहली की रणजी ट्रॉफी में 13 साल बाद वापसी के कारण दर्शक स्टेडियम में उमड़ पड़े हैं, जबकि आमतौर पर रणजी ट्रॉफी मैच खाली स्टेडियम में खेले जाते हैं।
इस मैच में कोहली की उपस्थिति को लेकर सुरक्षा कड़ी की गई थी, लेकिन इसके बावजूद तीन प्रशंसक 20 से अधिक सुरक्षा गार्डों को चकमा देकर मैदान में घुसने में सफल रहे। इन तीनों को तुरंत पकड़ लिया गया और वे कोहली के पास नहीं जा पाए।
दिल्ली के ऑफ स्पिनर शिवम शर्मा ने इस घटना पर कहा, ‘‘लोगों की विराट भैया के प्रति दीवानगी के कारण ऐसा हुआ। ऐसा नहीं होना चाहिए था। कोई दर्शक कुछ भी चीज लेकर मैदान में घुस सकता है। विराट भैया ने सुरक्षा कर्मियों से कहा कि किसी को मारना मत।’’
यह घटना लंच से ठीक पहले घटी, जब कोहली कवर पर क्षेत्ररक्षण कर रहे थे। पहले दिन भी एक प्रशंसक मैदान पर उतरकर भारतीय सुपरस्टार के पांव छूने में सफल हो गया था।
दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) ने तीसरे दिन बिशन सिंह बेदी स्टैंड को बंद कर दिया था, जबकि पहले दो दिन इसे दर्शकों के लिए खोला गया था। यह कदम तब उठाया गया जब लगभग 500 प्रशंसक स्टैंड और ड्रेसिंग रूम को अलग करने वाली ग्रिल के पास खड़े हो गए थे।
कोहली, जो पहले दिन 15 गेंदों पर छह रन बनाकर आउट हो गए थे, लंच के समय उसी स्थान पर थे। दर्शक जो उन्हें दूसरी पारी में बल्लेबाजी करते देखना चाहते थे, वे निराश हो गए, क्योंकि दिल्ली ने रेलवे को पारी और 19 रन से हरा दिया।
कोहली को मैच के दूसरे दिन बल्लेबाजी का मौका मिला, लेकिन तेज गेंदबाज हिमांशु सांगवान ने उन्हें ऑफ स्टंप उखाड़कर अपना बेशकीमती विकेट लिया। भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने घरेलू क्रिकेट में खेलने को अनिवार्य कर दिया है, जब खिलाड़ी फिट होते हैं, और यही वजह है कि कोहली इस मैच में खेल रहे थे।